एक परिचय -
राजस्थान के सीकर जिले का फतेहपुर-शेखावाटी साहित्यिक-सांस्कृतिक एवं सांगीतिक अनुष्ठानों का आगार रहा है। इसी समृद्ध परंपरा का अंग धानुका सेवा ट्रस्ट, फतेहपुर-शेखावाटी बना है। श्री राधेश्याम धानुका, श्री नरेन्द्रकुमार धानुका ने सन् 1994 में धानुका सेवा ट्रस्ट की स्थापना की। ट्रस्ट स्थापना के तुरंत बाद सामाजिक, धार्मिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की क्रियान्वयन की ओर उन्मुख हुआ। सन् 2006 में श्री पुरुषोत्तम धानुका ट्रस्टी के रूप में सम्मिलित हुए।ट्रस्ट द्वारा फतेहपुर में धानुका अतिथि गृह की स्थापना की गई, जिसकी अपनी साख है। वहीं संकटमोचन बालाजी मंदिर, नागेश्वर महादेव मंदिर एवं महालक्ष्मी मंदिर की भव्यता ट्रस्ट सक्रियता की कहानी है। ट्रस्ट द्वारा फतेहपुर-शेखावाटी से होकर गुजरने वाले सालासर बालाजी हेतु पैदल यात्रियों की सेवा हेतु लगाया जाने वाला नि:शुल्क शिविर अपना खास स्थान रखता है। वहीं ट्रस्ट द्वारा फतेहपुर-शेखावाटी में ही भाद्रपद माह में तीन दिन का विशाल भंडारा भी लगाया जाता है।
इन सबके अलावा ट्रस्ट समय-समय पर शैक्षणिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक गतिविधियों में सहयोग करता है। वाद-विवाद, निबंध, संगीत, नृत्य आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन भी सरस्वती पुस्तकालय के तत्वावधान में करवाया जाता रहा है। वहीं महात्मा गांधी की 125वीं जयंती पर आठ आदर्श शिक्षकों को पुरस्कृत भी किया गया। पांच साल पहले तीन गौसेवकों को सम्मानित किया गया था तथा दो विशिष्ट पुरस्कार प्रदान किये गये। कुछ वर्ष पूर्व भी दो पत्रकार श्री गंगाप्रसाद शास्त्री, संपादक, समाजदूत साप्ताहिक, रामगढ तथा श्री वाई. के. जांगिड़, संपादक, मारवाड़ी लोकहित साप्ताहिक एवं मानस मर्मज्ञ श्री विश्वनाथ धानुका को सम्मानित किया गया था।
धानुका सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी नरेन्द्र कुमार धानुका सन् 1992 से श्री सरस्वती पुस्तकालय, फतेहपुर के बैनर की नीचे 'श्री सरस्वती सेवा पुरस्कार' का वार्षिक आयोजन करते आए हैं। श्री बजरंगलाल नरेन्द्रकुमार धानुका प्रायोजित इस पुरस्कार में 21000 रूपये की नगद राशि का प्रावधान है। (इस पुरस्कार की स्थापना सन् 1992 में 5100 रूपये की राशि से की गई थी जिसे चौथे आयोजन में अर्थात् 1995 में बढ़ाकर 11000 रूपये कर दी गई। इसके पश्चात् सोलहवें आयोजन अर्थात् 2007 में इसे बढ़ाकर 21000 रूपये कर दी गई।)
श्री सरस्वती पुस्तकालय के बैनर तले सोलह आयोजन विधिवत रूप से सम्पन्न कराए गए। सत्रहवां-अठारहवां संयुक्त आयोजन धानुका सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित किया गया है।
सम्मानित साहित्यकार :
1992 - श्री शंकरलाल शर्मा, आयुर्वेदाचार्य
1993 - श्री शंभुप्रसाद खेड़वाल
1994 - श्री रामगोपाल वर्मा
1995 - श्री नथमल केड़िया
1996 - श्री लक्ष्मण कुमार नेवटिया
1997 - श्री शरद देवड़ा
1998 - श्री भीमराज शर्मा
1999 - श्री भूदेव शर्मा
2000 - श्री घनश्याम शास्त्री
2001 - श्री गुलाब खण्डेलवाल
2002 - श्री सीताराम महर्षि
2003 - श्री गजानन वर्मा
2004 - श्री बैजनाथ पंवार
2005 - श्री उदयवीर शर्मा
2006 - श्री सत्यनारायण इंदौरिया
2007 - श्री राजेन्द्र केड़िया
2008 - श्री गोरधनसिंह शेखावत
2009 - श्रीयुत् डॉ. मदन सैनी
वर्ष 2008 से श्री नरेन्द्रकुमार धानुका ने साहित्य में युवाओं को जोड़ने एवं प्रोत्साहित करने के पुनीत उद्देश्य को लेकर अपनी माताश्री की स्मृति में 'बसंती देवी धानुका युवा साहित्यकार पुरस्कार' शुरू किया। इस पुरस्कार की राशि 5100 रूपये नगद रखी गई तथा राजस्थान के किसी भी 35 वर्ष तक की उम्र के साहित्यकार को प्रदान किए जाने का प्रावधान रखा गया। प्रथम कड़ी 2008 के रूप में कोहिणा (तारानगर) के युवा साहित्यकार देवकरण जोशी दीपक को पुरस्कार दिया गया।
द्वितीय कड़ी वर्ष 2009 के पुरस्कार हेतु चूरू के युवा साहित्यकार दुलाराम सहारण का 'बसंती देवी धानुका युवा साहित्यकार पुरस्कार` हेतु चयन किया गया। वर्ष 2009 से इस पुरस्कार की राशि बढ़ाकर 11000 रूपये नगद कर दी गई।
श्री नरेन्द्रकुमार धानुका की माताश्री बसंतीदेवी धानुका एवं पिताश्री बजरंगलाल धानुका का 2009 शताब्दी वर्ष है। उनकी पावन स्मृति में श्री नरेन्द्रकुमार धानुका ने 11000 रूपये नगद की राशि का 'मानुष-तनु सम्मान' प्रख्यात साहित्यकार-वयोवृद्ध समाजसेवी श्री बैजनाथ पंवार (चूरू) देने का निर्णय किया। श्री पंवार का सम्मान मातृ-पितृ ऋण से उऋण होने का प्रकल्प मात्र है।
धानुका सेवा ट्रस्ट, फतेहपुर-शेखावाटी इन कार्यों के अतिरिक्त और भी अनेक संकल्प रखता है।